Considerations To Know About Shiv chaisa
Considerations To Know About Shiv chaisa
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पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
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सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
बृहस्पतिदेव की कथा
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही Shiv chaisa दुख प्रभु आप निवारा॥
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
O Lord, the beloved daughter of Maina in your left shiv chalisa in hindi provides to Your splendid appearance. O Wearer on the lion's skin, shiv chalisa in hindi the trishul with your hand destroys all enemies.
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥